लोहरदगा:-
उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो की अध्यक्षता में आज जिले में कंटेनमेंट जोन विस्तार करने के संबंध में एक आवश्यक बैठक आयोजित की गई। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी लोहरदगा द्वारा अवगत कराया गया कि प्रतिदिन लोहरदगा शहरी क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में प्रायः सभी मोहल्लों में कोविड-19 के सक्रिय मामले चिन्हित हो रहे हैं और इस संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि परिलक्षित हो रही है। ऐसी स्थिति में लोहरदगा नगर क्षेत्र के मुख्य जनसंख्या वाले संपूर्ण भाग को कंटेनमेंट जोन घोषित करना आवश्यक है। अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा प्रस्तावित कंटेनमेंट जोन का नजरी नक्शा भी बैठक में प्रस्तुत किया गया।अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा प्रस्ताव दिया गया कि कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चिन्हित क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन की घोषणा के साथ ही शहरी क्षेत्र में भारी वाहनों का आवागमन बंद रखा जाए। अनुमंडल पदाधिकारी लोहरदगा को निदेश दिया गया कि नजरी नक्शा में क्षेत्र को चिन्हित करते हुए प्रस्ताव समर्पित करें ताकि तदनुसार आदेश निर्गत किया जा सके। कंटेनमेंट जोन में लोगों के आवागमन को कड़ाई से अनुपालन कराया जाए। नियमों के उल्लंघन करने वाले लोगों को नियमानुसार पूर्व से घोषित अस्थाई जेल में रखा जा सकता है।
स्वास्थ्य
जिला नोडल पदाधिकारी, कोविद-19 द्वारा बताया गया कि शहरी क्षेत्र में स्थित तालाब में लोग मछली मारने के लिए तालाब के किनारे जमा होते हैं। इस स्थिति को रोकना आवश्यक है।जिला नोडल पदाधिकारी, कोविद-19 द्वारा बताया गया कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कोविड-19 सेंटर हेतु भवन चिन्हित करने की आवश्यकता है। उनके द्वारा प्रस्ताव दिया गया कि लोहरदगा शहर में अवस्थित होटल को भी कोविड केयर सेंटर के रूप में चिन्हित किया जा सकता है।
उप विकास आयुक्त, लोहरदगा को निदेश दिया गया कि वे कोविड केयर सेंटर भवन चिन्हित करते हुए प्रस्ताव तैयार रखें ताकि आवश्यकता अनुसार उक्त भवन को कोविड केयर सेंटर के रूप में घोषित करने की कार्रवाई की जा सके। तत्काल जवाहर नवोदय विद्यालय, जोगना (सेन्हा) का उपयोग किया जाएगा। यह भी निदेश दिया गया कि ऐसे होटलों को भी चिन्हित किया जाए जिनका आवश्यकतानुसार उपयोग किया जा सकता है।अनुमंडल पदाधिकारी, लोहरदगा को निदेश दिया गया कि हिंडाल्को प्रबंधन के अधीन उपलब्ध गेस्ट हाउस का निरीक्षण करते हुए भवन के उपयोग हेतु चिन्हित रखा जाए ताकि आवश्यकता अनुसार उपयोग किया जा सके।
नोडल पदाधिकारी कोविड-19 को निदेश दिया गया कि वे जिले में कोविड-19 का टेस्टिंग में वृद्धि करें। नोडल पदाधिकारी, लोहरदगा द्वारा बताया गया कि टेस्ट किट और ट्रूनेट उपलब्ध नहीं है। आरटीपीसीआर उपलब्ध है जिससे टेस्ट किया जा सकता है। निदेश दिया गया कि विभागीय स्तर पर समन्वय करते हुए इस समस्या से त्वरित निष्पादन हेतु कार्रवाई करें।पुलिस अधीक्षक, लोहरदगा द्वारा बताया गया कि पारिवारिक संबंध रखने वाले व्यक्ति को एक ही कमरे में नहीं रखा जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि एक कमरे में सिर्फ एक व्यक्ति भी नहीं रहे। अकेले व्यक्ति के रहने से भी दुर्घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
अन्यान्य
समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी हुई कि लोहरदगा जिले के मजदूरों को दूसरे राज्य जाने हेतु दूसरे राज्य के वाहन की व्यवस्था की गई है। यह स्थिति अच्छी नहीं है। प्रखंड विकास पदाधिकारियों को अपने विभिन्न सूचना तंत्र के माध्यम से इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि उनके क्षेत्र में मजदूर कहां से आ रहे हैं अथवा किस जिले में जा रहे हैं।श्रम अधीक्षक, लोहरदगा को भी क्षेत्र में अपने अधीनस्थ विभिन्न स्रोतों के माध्यम से जानकारी प्राप्त करने का निदेश दिया गया।
बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रियंका मीणा, उप विकास आयुक्त अखौरी शशांक सिन्हा, अपर समाहर्ता अंजनी मिश्र, अनुमंडल पदाधिकारी ज्योति झा, कार्यपालक पदाधिकारी नगर पर्षद , जिला परिवहन पदाधिकारी अमित बेसरा, लोहरदगा प्रखण्ड के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी राजेश डुंगडुंग, कोविड-19 के जिला नोडल पदाधिकारी डाॅ शंभूनाथ चौधरी उपस्थित थे।