कोविड-19 को देखते हुए इस बार क्रिसमस सादगी से मनाया जायेगा। आर्च बिशप हाउस रांची में आयोजित प्रेसवार्ता मंे आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो ने कहा कि कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में बदलाव ला दिया है। इस बार का क्रिसमस अलग अंदाज में मनाया जायेगा। उन्होंने बताया कि क्रिसमस के दिन रिक्सोपुलर्स के साथ आर्चबिशप आउस बड़े दिन का भोज करेगा। रिक्सा चालकों के साथ इस बार 25 दिसंबर को क्रिसमस सेलिब्रेट किया जायेगा। इसके लिए रिक्शा चालकों को लोयोला मैदान में दोपहर 12 बजे आने को कहा है। उन्होंने बताया कि आर्चबिशप हाउस रांची सरकार के साथ मिलकर लाॅक-डाउन के दौरान 20 हजार से अधिक परिवारों को राशन उपलब्ध कराया। वहीं रिक्शा चालकों को राशन दिये गये। दो जगह कम्युनिटी किचन चलाकर अच्छा भोजन कराया गया। शेल्टर होम में 7000 से अधिक लोगों के रहने की व्यवस्था की गयी। गरीबों दलितों, आदिवासियों और जरूरतमंदों की सेवा ही असली क्रिसमस का त्योहार है। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि क्रिसमस ईश्वर के साथ हमारा संबंध स्थापित करता है। मनुष्य के साथ संबंध स्थापित करने के लिए येसु को संसार पर भेजा। यह प्रेम का अनूठा त्योहार है।
अल्पसंख्यक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति की जाय: मसकरेंहास
सहायक बिशप थियोदोर मसकरेंहास ने कहा कि वे सरकार के कार्यों से संतुष्ट हैं। सरकार अच्छा कार्य कर रही है, हालांकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से निवेदन किया है कि एक क्रिश्चियन कम्युनिटी से मंत्री बनाया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार राज्य के अल्पसंख्यक स्कूलों में नियुक्ति कराये, ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो। बिशप ने कहा कि विगत छः साल से नियुक्ति नहीं हो रही है, जिससे पढाई में बाधित हो रही है।उन्होंने बताया कि राज्य में 1500 से अधिक अल्पसंख्यक स्कूल हैं। उन्होंने बताया कि जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा को बढ़ावा दिया जायेगा। इस बार इन भाषाओं के क्रिसमस गीत गाये जायेंगे और अगले वर्ष से इसे बढ़ावा देने के लिए योजना तैयार की जायेगी।
छोटे-छोटे ग्रूप में मिस्सा किये जायेंगे
क्रिसमस मिस्सा सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत संपन्न किये जायेंगे। इसके लिए एक पुरोहित को चार-चार मिस्सा करने की अनुमति दी गयी है। संत मरिया गिरजाघर में 24 दिसंबर को रात्रि अनुष्ठान 10.30 बजे आयोजित की जायेगी, इस अनुष्ठान को आॅनलाइन किया जायेगा। आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो इस अनुष्ठान को संपादित करेंगे। वहीं 25 दिसंबर की सुबह 9.30 बजे सहायक बिशप थियोदोर मसकरेंहास आॅनलाइन अनुष्ठान को संपन्न करेंगे। विश्वासियों से अपने-अपने टोले-मोहल्ले के साथ कम संख्या में मिस्सा में आने को कहा गया है। भीड़ न हो इसके लिए टोलों के अनुसार मिस्सा के समय को बांटा गया है। इसकी जिम्मेवारी टोलों को दी गयी है।
गरीबों को मदद करने की अपील
पटाखें न छोंड़े, श्रृंगार न करें, बिशप हाउस को पुष्प गुच्छ, केक एवं अन्य उपहार न दें। इन पैसों से गरीबों की मदद करें।